बर्थडे पर स्पेशल गिफ्ट दीदी की चूत-3

सेक्सी दीदी हिंदी Xxx कहानी में पढ़ें कि मैंने दीदी को अपने जन्मदिन की पार्टी के बाद कैसे नंगी करके चोदा. दीदी ने जन्मदिन के उपहार में मुझे अपनी चूत दी थी.

हैलो मैं आरव एक बार पुन: आप सभी का अपनी सेक्स कहानी में स्वागत करता हूँ.
सेक्सी दीदी हिंदी Xxx कहानी के दूसरे भाग
शादीशुदा बहन चुदाई के लिए मान गयी
में अब तक आपने पढ़ा था कि मेरी दीदी ने मुझसे अपनी टी-शर्ट हटाने के लिए कह दिया था.

अब आगे सेक्सी दीदी हिंदी Xxx कहानी:

मैं मुस्कुराया और जिया दीदी की टी-शर्ट को निकाल दी. जिसमें दीदी ने मेरी मदद की.

जिया दीदी की ब्लैक कलर की ब्रा में मुझे उनके मम्मे और भी जबरदस्त लग रहे थे. मुझसे ज्यादा कन्ट्रोल नहीं हो रहा था.

मैंने खुद की टी-शर्ट भी निकाल दी.

इसके बाद मैं बोला- दीदी आपकी ब्रा भी निकाल दूँ?
जिया दी- तुझे अब भी मेरी परमिशन की जरूरत है?

मैंने पीछे से दीदी की ब्रा का हुक खोल दिया और जिया दीदी की मदद से ब्रा निकाल कर अलग कर दी.
जिया दीदी की सेक्सी पीठ देखकर मैं उत्तेजित हो रहा था.

उसके बाद वापस से दीदी को पीछे से अपनी बांहों में लेकर उनके मखमल जैसे मम्मों पर हाथ रख दिए और नंगे चूचों के स्पर्श से मेरे लंड ने एकदम से झटका मार दिया.

मैं जिया दीदी के मखमली और कातिलाना मम्मों को जोर जोर से सहलाने लगा.
हम दोनों मदहोश होने लगे.

जिया दीदी के कातिलाना मम्मों को मसलते हुए मैं अलग ही सुख और लज्जत महसूस कर रहा था.
मैं अपनी मादकता की दुनिया में खो गया था.
मेरे दिल की धड़कनें भी एकदम से बढ़ गई थीं.

मैं दो मिनट तक जिया दीदी के मम्मों को सहलाता रहा.

तभी जिया दीदी मुझे रोक दिया- अब ज्यादा मत खेल … वर्ना मेरा फिगर लूज हो जाएगा.
मैं- दी छोड़ने का मन नहीं हो रहा.

जिया दीदी- अच्छा, तो बस ये ही करना है क्या!
मैंने कहा- नहीं, वो भी करना है.

जिया दीदी हंस कर मेरी ओर घूम गईं और मेरी नजर जिया दीदी के नंगे मम्मों पर टिक गईं.

दीदी मुझे सेक्सी स्माइल देते हुए आंख मार कर बोलीं- इतना क्या घूर रहे हो … मुझे नजर लग जाएगी.
मैं- लग जाने दो.

मेरी तरह जिया दीदी भी गर्म हो चुकी थीं, वो सामने से मुझे किस करने लगीं और मैं भी जिया दीदी के गुलाबी होंठों को चूमने का पूरा मजा लेने लगा.

मैं इतना तो जानता था कि जिया दीदी खुद से बेड पर नहीं लेटेंगी इसलिए मैंने किस करते हुए जिया दीदी को बेड पर लेटा दिया और उनके सामने अपना लोवर निकाल दिया.

अब मैं सिर्फ अपनी चड्डी में था.

दी ने मुझे चड्डी में देख कर स्माइल दे दी.
उनकी निगाह मेरी चड्डी पर बने तंबू पर टिकी थी.

मैं बिना देर किए जिया दीदी के ऊपर चढ़ गया और फिर से उनके होंठों को चूमने लगा.

दीदी को मैं इतना गर्म कर देना चाहता था, जितना उत्तेजित जीजाजी जिया दीदी को नहीं किया होगा. क्योंकि मैं चाहता था कि यह रात हम दोनों के लिए यादगार बन जाए.

मैं बेड पर आकर जिया दीदी के होंठों को चूम रहा था और जिया दीदी मेरा साथ दे रही थीं.
बड़ी नजाकत से मैं जिया दीदी के गुलाबी होंठों को चूम रहा था क्योंकि उसमें मुझे बहुत बड़ा मजा आ रहा था.
मुझे ऐसा लग रहा था कि कहीं जोर से चूस लिए तो कहीं ये नर्म होंठ मेरे होंठों में ही न आ जाएं.

होंठों के बाद मैं जिया दीदी की गर्दन को चूमने लगा. दीदी की गर्दन को चूमते हुए मैं उनके एक दूध को मसलने लगा.
जिस वजह से दीदी गर्म होने लगीं और उनकी आह आह निकलने लगी थी.

  Didi ne Dilwayi Saheli ki Chut

मैं धीमे-धीमे जिया दीदी के सारे बदन को चूमने लगा था और नीचे की ओर बढ़ रहा था.

जिया दीदी ने भी अपना बदन मुझे सौंप दिया था. वो मेरा साथ दे रही थीं.
मेरे बदन चूमने से जिया दीदी की सांसें तेज होती जा रही थीं और वो मदहोश हो रही थीं.

मैंने दीदी के निचले हिस्से को चूमते हुए उनकी शॉर्ट को निकाल दिया और साथ ही में उनकी पैंटी को भी निकाल दिया.

मुझे लग रहा था कि जीजाजी ने जिया दीदी की चुत को अब तक चोद कर भोसड़ा बना कर रख दिया होगा लेकिन मेरी सोच जितनी जिया दीदी की चुत खुली हुई नहीं थी.
शायद जीजाजी का लंड इतना बड़ा नहीं रहा होगा.

जिया दीदी की मदमस्त चुत को देखकर मैं पगला गया और अपना होश खो बैठा.
मैं चुदाई के लिए तड़प उठा था.

सामने अपनी बहन की नंगी चुत देख कर मुझसे ज्यादा कन्ट्रोल नहीं हो रहा था.
मैं बेड से नीचे गया और जिया दीदी के सामने अपनी चड्डी को भी निकाल दिया.

जिया दीदी की नजर मेरे खड़े लंड पर ही थी.
मैं- क्या हुआ?
जिया दीदी- तुम्हारा हथियार राहुल के हथियार से बड़ा है.

मैं- बहुत संभाल कर रखा है.
जिया दीदी स्माइल करके बोली- याद रखना कि मैं तुम्हारी दी हूँ … कहीं भूल मत जाना.

मैं- वो तो मूड पर डिपेंड है.
दीदी हंस दीं.

मैं अलमारी से कंडोम का पैकेट निकाल लाया जो मैंने तीन महीने पहले खरीदा था.

आज मैं अपनी जिया दीदी की चुत चोदकर उसका इस्तेमाल करूंगा.
मैंने बिना देर किए लंड पर कंडोम लगाया और दीदी की चुत देखता हुआ फिर से बेड पर आ गया.

स्माइल करके मैंने जिया दीदी के पैर फैलाए और अपनी पोजिशन बना ली.

जिया दीदी मेरे सामने नग्न अवस्था में चित लेटी हुई थीं, उनकी चुत लपलप कर रही थी जिसको देखकर लंड टावर की तरह खड़ा था और एकदम टाइट हो चुका था.

मुझे अभी भी थोड़ा अजीब लग रहा था क्योंकि अब तक जिसको दी कहकर बुलाता था, आज मैं उसी बहन की चुदाई करने वाला हूँ.
उसी बहन की मदमस्त चुत में अपना लंड पेलने वाला हूँ.

क्यूट गर्ल रोड पर अपने बॉयफ्रेंड का लण्ड हिलाती हुई

मैंने जिया दीदी के ऊपर आकर लंड को चुत पर सैट कर दिया और उनकी आंखों में देखा.
दीदी की नजर मेरी तरफ ही थी. हम दोनों की नजर एक दूसरे के सामने थी और उनकी हामी का इशारा मिलते ही मैंने धीमे से लंड को दाब दे दी.

मैंने चुत में लंड पेलने के धक्का लगाया था … लेकिन लंड फिसल गया.
दीदी कुछ नहीं बोलीं.

मैंने लंड को चुत पर इस बार अच्छे से सैट किया. दीदी की चुत गीली हो चुकी थी और लंड को पुन: छूते ही वो मदहोश हो उठीं, उनकी गांड ने ऊपर उठ कर लंड को चुत से रगड़ दिया.

इस बार मैंने अच्छे से लंड को चुत की फांकों में सैट कर दिया और जोर से धक्का लगा दिया.
मेरा थोड़ा सा लंड चुत में घुस गया और दीदी की हल्की सी आह निकल गई क्योंकि जीजाजी का लंड मेरे लंड से छोटा है तो जिया दीदी को आज थोड़ी दिक्कत हो रही होगी.

दीदी मेरी इच्छा और मेरी खुशी के लिए अपना पूरा बदन मुझे सौंप चुकी थीं.

मैं उत्तेजित होकर धक्का लगाने लगा.
दीदी की चुत की गर्मी मुझे एक अजीब सा अहसास कराने लगी थी.

उनकी चुत में लंड घुसाते ही मैं पागल सा हो गया था; मैं अपना आपा खो बैठा.

  Cousin Sister ki Panty Choom Kar Uski Seal Todi

मैंने धीमे-धीमे धक्का मारना जारी रखा.
इससे जिया दीदी की चुत ने पिघल कर लंड को रस से चूम लिया और चुत की गर्मी बढ़ गई.
दी धीमे से कामुक आवाज़ करने लगी थीं- अहह ओह यह आह ओह अहहह!

दीदी की कामुक आवाजें मुझे और ज्यादा उत्तेजित कर रही थीं. मैं पूरे जोश में धक्का लगाने लगा.
इस वजह से मेरा आधे से ज्यादा लंड चुत में अन्दर बाहर हो रहा था.

जिया दीदी के चेहरे के हाव-भाव एकदम बदल से गए थे और वो तड़फ उठी थीं.
दीदी की तड़प देखकर और उनकी कामुक आवाजें सुनकर मेरा जोश एकदम से बढ़ गया.

अब मैं अपनी बहन की चुत चुदाई में पूरी तरह डूब चुका था.
मैंने इस चुदाई की मस्ती में अपनी दीदी की तड़प भरी आहों और कराहों को अनसुना कर दिया था.

जिया दीदी को हल्का हल्का सा दर्द हो रहा था जो उनकी कामुक आवाजें बता रही थीं.
फिर भी वो मेरा साथ देती हुई मेरे लंड के झटके झेल रही थीं- उहह ओह थोड़ा धीमे आरव … मैं कहीं भागी नहीं जा रही हूँ … योर डिक सो बिग माय डियर … आंह बी स्लो.

आज मैं पहली बार सेक्स कर रहा था तो न चाहते हुए भी खुद को काबू नहीं कर पा रहा था.
मैं अपना पूरा जोर लगाकर जिया दीदी की चुत पेलता चला जा रहा था.

जिया दीदी एकदम गोरी-चिट्टी मस्त माल जैसी लड़की हैं तो उनका चेहरा हल्का सा लाल होने लगा था.

दीदी की चुदाई करते हुए मुझे अलग सा अहसास हो रहा था, जिसको शब्दों में बयान करना थोड़ा मुश्किल है.

वैसे तो बॉडी के मामले में मैं भी अच्छा हूँ और मेरी स्टेमिना भी अच्छी है लेकिन मैं आज पहली बार सेक्स कर रहा था तो मुश्किल से पांच मिनट तक टिक पाया.

दीदी की जबरदस्त चुदाई करते हुए मैं पांच मिनट में ही झड़ गया.

झड़ने के बाद आज मुझे पहली बार अलग सा सूकून मिला था … अलग सा मजा आया था.
मेरे रुक जाने से जिया दीदी को भी शांति मिल गई थी.

मैं कुछ पल के लिए नंगी दीदी के ऊपर ही लेटा रहा.
मेरा बदन गर्म हो चुका था और इतना अच्छा सुकून के बाद भी बदन अलग सा गर्म था. मेरी तरह जिया दीदी की सांसें भी तेज थीं.
मैं इस समय बहुत ज्यादा थक चुका था.

फिर जिया दीदी के इशारे से मैं उनके ऊपर से हट गया.
पूरा कंडोम वीर्य से भर चुका था.
मेरा लंड एकदम गीला हो चुका था.

उधर जिया दीदी का बदन भी एकदम लाल पड़ गया था और उनकी चुत भी गीली दिख रही थी.
यानि उनका भी पानी भी निकल चुका था.

मैंने कंडोम को एक कागज में लपेट कर डस्टबिन में फेंक दिया ताकि मॉम को कोई शक ना हो.
फिर बिना कुछ बोले मैं जिया दीदी के पास लेट गया.

जिया दीदी- टिश्यू पेपर है?
मैं- हां.

मैंने जिया दीदी को टिश्यू पेपर दिया और खुद के लंड को भी साफ करने लगा.
मैंने अपनी आंखें बंद कर लीं और थोड़ी देर खुद को शांत करने की कोशिश करने लगा.

आज जिंदगी में पहली बार इतना सुकून मिला था, जिसकी वजह जिया दीदी थीं.

हम दोनों पांच मिनट तक को कुछ नहीं बोले और अब सामान्य स्थिति हो गई.

मैं जिया दीदी के साथ बात करने लगा- तो कैसा लग रहा है दी?
जिया दीदी- तुम सोच से भी ज्यादा स्ट्रोंग हो.

मैं- मेरी वजह से दी आपको तकलीफ हुई हो, तो माफ करना.
जिया दीदी- तुम मेरे ऊपर चढ़ते समय जब मेरी लेने में मशगूल थे, तब तो याद नहीं आया … और सब होने के बाद माफ़ी मांग रहे हो!

  Sweta Didi ne Chote Bhai ko Pataya

मैं- क्या करूं यार दी … खुद को रोक ही नहीं पाया.
जिया दीदी- तुमने आज मेरी हालत कुछ पल के लिए बिगाड़ दी थी, तो पता नहीं तुम कोई वर्जिन गर्ल के साथ सेक्स करोगे तो उसका क्या हाल होगा!

मैं- आपकी वजह से आज मेरी इच्छा पूरी हो सकी है.
जिया दीदी- अब मुझे अपने कमरे में चला जाना चाहिए.

मैं- आज आप मेरी बीवी हो तो आज की रात हम साथ सोएंगे.
दीदी- ज्यादा स्मार्ट मत बन … यह पहली और आखिरी बार था. अब कोई चांस नहीं मिलेगा … और ना ज्यादा सोचना.

मैं- कोई बात नहीं, लेकिन मेरे साथ तो सोना होगा.
जिया दीदी- सुबह फुई को पता चला तो?

मैं- आप सुबह जल्दी उठकर चली जाना.
जिया दीदी- ठीक है, लेकिन कोई उम्मीद मत रखना.

मैं- दी, आप खुश तो हो न?
दीदी- खुश तो तू बहुत नजर आ रहा है. मैंने तो आज तुम्हारी इच्छा पूरी की है.

मैं- आज की रात मेरे लिए सबसे यादगार रात रही है दी.
प्यार से मैं नंगी दीदी से चिपक गया और वे मेरी ओर देखने लगीं. लेकिन अब वो कुछ नहीं बोल रही थीं.

दीदी के साथ बात करते हुए मेरी थकान गायब हो गई और हम थोड़ी देर बातें करते रहे.
फिर दोनों लाइट बंद करके सो गए.

दूसरे दिन सुबह मेरी नींद खुली, तब दीदी कमरे में नहीं थीं.

मैं बेड से उठकर बाथरूम गया और फ्रेश होकर नहाकर कपड़े बदल लिए. फिर नीचे आ गया.
वहां जिया दीदी और मॉम बेक्रफास्ट कर रही थीं. मैं भी दीदी की ओर सेक्सी नजर से देखते हुए नाश्ता करने बैठ गया.

इस समय दीदी एकदम नॉर्मल दिख रही थीं मानो कल रात कुछ हुआ नहीं था.

अभी आधे घंटे में जिया दीदी चले जाने वाली थीं और मेरे पास दी से बात करने के लिए बहुत कम टाईम था.
मॉम के होते हुए मैं कुछ बात नहीं कर सकता था.

जिया दीदी के जाने से पहले मुझे एक मिनट का मौका मिल गया और मैंने दीदी के गाल पर किस कर लिया.

दीदी मुझसे बोलीं- कल रात जो हुआ, वो आखिरी बार था. आगे इस बारे में तुम कभी कुछ ना सोचना.

लेकिन मेरे लिए यह मुश्किल होने वाला था.
अगर मॉम ना होतीं तो दीदी को सोफे पर ही पटक कर चोद डालता. मेरा अपनी दीदी के साथ दोबारा सेक्स का इतना ज्यादा मन हो रहा था.

फिर जिया दीदी की कैब आ गई और वो हमें विदा कह कर चली गईं.

उस रात में अपनी बहन की चुदाई मुझे जिदंगी भर याद रहेगी.
पहली बार चुदाई के बाद दोबारा में जिया दीदी की चुदाई करने के लिए तड़प रहा था लेकिन वो अब चली गई थीं.

अगर किस्मत ने चाहा और जिया दीदी फिर से राजी हुईं … तो मैं उनकी चुदाई जरूर करूंगा और इस बार घमासान चुदाई करूंगा.

यह थी मेरी बर्थ-डे पर स्पेशल सेक्सी दीदी हिंदी Xxx कहानी. ये एक काल्पनिक दास्तान थी, जिसमें मैंने अपने मामा की शादीशुदा बेटी के साथ सेक्स किया था.

आपको यह काल्पनिक सेक्स कहानी कैसी लगी, मुझे मेल करके जरूर बताएं.
मेरी मेल आईडी है
[email protected]

छोटे भाई ने दीदी को चोद कर गर्भवती बनाया

(Visited 9,055 times, 1 visits today)